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The Next Wave of Superheroes Has Arrived with Astonishing Impact

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We woke reasonably late following the feast and free flowing wine the night before. After gathering ourselves and our packs, we headed down to our homestay family’s small dining room for breakfast.

Refreshingly, what was expected of her was the same thing that was expected of Lara Stone: to take a beautiful picture.

We were making our way to the Rila Mountains, where we were visiting the Rila Monastery where we enjoyed scrambled eggs, toast, mekitsi, local jam and peppermint tea.

We wandered the site with other tourists

Yet strangely the place did not seem crowded. I’m not sure if it was the sheer size of the place, or whether the masses congregated in one area and didn’t venture far from the main church, but I didn’t feel overwhelmed by tourists in the monastery.

Headed over Lions Bridge and made our way to the Sofia Synagogue, then sheltered in the Central Market Hall until the recurrent (but short-lived) mid-afternoon rain passed.

Feeling refreshed after an espresso, we walked a short distance to the small but welcoming Banya Bashi Mosque, then descended into the ancient Serdica complex.

We were exhausted after a long day of travel, so we headed back to the hotel and crashed.

I had low expectations about Sofia as a city, but after the walking tour I absolutely loved the place. This was an easy city to navigate, and it was a beautiful city – despite its ugly, staunch and stolid communist-built surrounds. Sofia has a very average facade as you enter the city, but once you lose yourself in the old town area, everything changes.

Clothes can transform your mood and confidence. Fashion moves so quickly that, unless you have a strong point of view, you can lose integrity. I like to be real. I don’t like things to be staged or fussy. I think I’d go mad if I didn’t have a place to escape to. You have to stay true to your heritage, that’s what your brand is about.

Subrata Roy : The Pride of 2 States

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७५ वर्ष के उम्र में सहारा इंडिया परिवार के मुखिया तथा संस्थापक Subrata Roy का निधन कल दिनांक 14 November 2023 को हो गया।

More about Subrata Roy

सहारा समूह के  अनुसार , “सहाराश्री Subrata Roy जी एक Inspirational leader और दूरदर्शी थे।  उनका 14 नवंबर 2023 को रात 10.30 बजे Cardiorespiratory Arrest, Metastatic Malignancy, Hypertension, and Diabetes से उत्पन्न जटिलताओं के कारण निधन हो गया। स्वास्थ्य में गिरावट के बाद 12 November  2023 को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केडीएएच) में उन्हें भर्ती कराया गया था।”

Subrata Roy भारतीय व्यवसाय मंडल में एक प्रमुख व्यक्ति थे, जिन्होने वित्त, वास्तु, मीडिया और अतिथि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में एक विशाल साम्राज्य स्थापित किया था। श्री रॉय का जन्म बिहार के Araria district में 10 June 1948 को हुआ था

गोरखपुर के सरकारी तकनीकी संस्थान से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद  Subrata Roy 1976 में गोरखपुर में व्यापार में कदम रखा और  सहारा फाइनेंस, एक संकटग्रस्त चिटफंड कंपनी को  संभाल लिया, और  1978 तक, उन्हें सहारा इंडिया परिवार में  बदल दिया, जो बढ़कर भारत के एक बड़े संघ के रूप में विकसित हुआ।”

सहारा इंडिया परिवार के तत्वों में से एक रूप में, सुब्रत राय ने वित्तीय समृद्धि, बनी रही समर्थन और सामाजिक क्षेत्र में योजनाओं के माध्यम से समाज की सेवा में योगदान किया है। उनका योगदान भारतीय समाज में विभिन्न क्षेत्रों में मानवता, शिक्षा, और सामाजिक न्याय की दिशा में दिखा जाता है।

सुब्रत राय का विश्वास है कि व्यापार को सिर्फ धन कमाने का माध्यम ही नहीं, बल्कि समाज के उत्थान और समृद्धि की दिशा में एक सकारात्मक योगदान का भी माध्यम होना चाहिए। उनके कार्यों ने सहारा इंडिया को एक सुशिक्षित, स्वस्थ, और समृद्धिशील भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाने में मदद की है।

सुब्रत राय का साहित्यिक पृष्ठ भी है, और उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से साहित्य जगत में अपनी अलग पहचान बनाई है। उनके योगदान और समर्पण के क्षेत्र में, सुब्रत राय ने भारतीय समाज को एक नए दृष्टिकोण से देखने का सामर्थ्य प्रदान किया हैhttps://www.cricketworldcup.com/

उन्होंने अपने उद्यमिता और नेतृत्व के माध्यम से एक सकारात्मक परिवर्तन की ओर कदम बढ़ाया है और उन्हें एक साहसी और सोचने का तरीका के रूप में माना जाता है।

Subrata Roy का यह मानना है कि व्यापार को सफल बनाए रखने के लिए न केवल आर्थिक सफलता, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने अपने सामाजिक और पर्यावरणीय पहलुओं के माध्यम से सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में भी योगदान दिया है

सुब्रत राय का योगदान विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में भी दिखा गया है, और उन्होंने सामाजिक उत्थान और कल्याण के लिए कई पहलूओं में अपने योगदान के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की है। उन्होंने अपने कार्यों से भारतीय वित्त समुदाय में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में मान्यता प्राप्त की है और उनका योगदान आगे बढ़ने के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना है।

सुब्रत राय अपने  carrier की स्टार्ट-अप  Jaya Products नामक कम्पनी  से की थी। वे उस  समय अपने lambreta स्कूटर से namkeen बेचा करते थे। उनकी wife  का नाम Swapna Roy और दोनों बेटों का नाम सुशांतो राय और सीमन्तो राय है। पांच लोगों से शुरू हुई सहारा के सुब्रत राय कालांतर में सहाराश्री बन गए। सेल्समेन से सहारा एयरलाइन्स तक का सफर रोमांच से भरपूर और प्रेरणादायक भी है। उन्होंने अपने जीवन काल में फर्श से अर्श तक का  सफर तय किया था।  उन्हें बहुत सारे awards से भी नवाजा गया था। उनका बिज़नेस हर सेक्टर में फैला हुआ है चाहे वो finaance , रियल एस्टेट , मीडिया , हैल्थकेयर या हॉस्पिटैलिटी ही क्यों न हो।  इनमे बहुत सारे निवेशकों ने भी अपना पैसा invest किया था। 

पर अब सबसे बड़ा सवाल ये ही है कि अब उन निवेशकों का क्या होगा ? ???????????????????